संगरूर, पंजाब में बायो गैस प्लांट एशिया का सबसे बड़ा शुरू हुआ। बायो गैसे प्लांट में कन्वेयर बेल्ट के जरिए पराली के भारी गट्ठरों को क्रशिंग मशीन में भेजा जाएगा। यह क्रशिंग मशीन पराली को बुरादे में बदलेगी। इसके बाद भारी-भरकम कंटेनरों में इस बुरादे को गोबर के पानी के साथ मिला далее
संगरूर, पंजाब में बायो गैस प्लांट एशिया का सबसे बड़ा शुरू हुआ। बायो गैसे प्लांट में कन्वेयर बेल्ट के जरिए पराली के भारी गट्ठरों को क्रशिंग मशीन में भेजा जाएगा। यह क्रशिंग मशीन पराली को बुरादे में बदलेगी। इसके बाद भारी-भरकम कंटेनरों में इस बुरादे को गोबर के पानी के साथ मिला कर रखा जाता है। इससे बैक्टीरिया के जरिए बायोगैस बनाई जाती है। इस तरह पराली से बायो गैस बनती है। इस प्लांट में बड़ी मात्रा में पराली का कच्चे माल के रूप में उपयोग होगा। पराली से जो कंप्रेस्ड बायोगैस (CBG) बनेगी, उसका उपयोग सीएनजी (CNG) की तरह गाड़ी चलाने और एलपीजी (LPG) की तरह खाना पकाने में हो सकेगा। इस प्लांट से ६०० से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। एक जर्मन कम्पनी ने यह बायोगैस प्लांट शुरू किया है। इस बायोगैस प्लांट का सबसे बड़ा फायदा पराली से होने वाले प्रदूषण को रोकने में होगा। हरियाणा और पंजाब में बड़े पैमाने पर पराली जलाई जाती है। इसका धुआं दिल्ली-एनसीआर में फैलता है। दिल्ली में वायु प्रदुषण बढ़ने के कारण देशभर में पराली जलाने पर प्रतिबंध है। किसान जब प्लांट पराली को देंगे, तो उन्हें इसके बदले में पैसे भी मिलेंगे। संगरूर के बायोगैस प्लांट में रोजाना ३०० टन पराली से ३३ टन कंप्रेस्ड बायोगैस तैयार की जा सकती है। В городе Сангрур, Штат Пенджаб заработала крупнейшая в Азии установка по производству биогаза. Ленточный конвейер через соломорезку подаёт большие вязанки соломы в биогазовую установку. В соломорезке солома превращается в мякину. После этого мякину перемешиваются с навозной жижей в огромных ёмкостях. Из этой смеси бактерии создают биогаз. Таким образом, из опилок получают биогаз. Эта установка в громадных объёмах использует мякину в качестве сырья. Из опилок получают сжиженный биогаз, который затем в форме сжиженного природного газа можно применять для заправки автомобилей и сжиженного попутного газ для приготовления пищи. На этом предприятии ежедневно работают свыше 600 человек. Одна немецкая компания запустила эту биогазовую установку. Эта установка принесёт самую большую пользу от прекращения засорения соломой. В штатах Хариана и Пенджаб солома сжигается в огромных объёмах. Дым от соломы распространяется до Дели, Национальный столичный регион. Наложен запрет на сжигание соломы по всей стране по причине увеличения загрязнённости воздуха в Дели. Когда крестьяне будут сдавать солому предприятию, то взамен будут получать деньги. Биогазовая установка в городе Сангрур способна производить 33 тонны сжиженного биогаза из 300 тонн соломы ежедневно. City of Sangrur, State of Punjab the largest Asian biogas plant has started. Conveyor belt feeds the crashing machine with the big packages of the straw. Crashing machine cut the straw into the sawdust. After that the sawdust is mixed with the liquid manure in the huge containers. Bacteria produce the biogas of this mixture. So, the straw generates the biogas. This plant eats the sawdust vastly. The sawdust transforms into the liquefied biogas that as liquefied natural gas moves the vehicles and as liquefied petroleum gas cooks the food. Every day 600 workers above operate this plant. A German company started up this plant. This plant carries the healthy benefits terminating the straw pollution. The State of Haryana and Punjab burn the straw massively. The burning straw smokes the Delhi, National Capital Region. The burning straw is banned all over the country for the higher air contamination. As villagers deliver the straw for the plant they are paid for this. Sangrur biogas plant can generate 33 tons of the liquefied biogas of 33 tons of the straw. |